यह कार्यक्रम कवियित्री महादेवी वर्मा द्वारा रचित कविता मैं नीर भरी दुःख की बदली पर आधारित है, इसमें नारी को जो बदली से सम्बोधित हुई है कि व्यथा का बड़ा ही मार्मिक वर्णन किया गया है।
पढ़ी गई सामग्री पर चिंतन करते हुए बेहतर समझ के लिए प्रश्न पूछते हैं/ परिचर्चा करते हैं।पढ़ी गई सामग्री पर चिंतन करते हुए बेहतर समझ के लिए प्रश्न पूछते हैं।
मैं नीर भरी दुःख की बदली: